बेटी दान गीत | Heart-Touching Beti Daan Geet Lyrics in Hindi (बेली गुलाब)

5 हृदयस्पर्शी बेटी दान गीत लिरिक्स हिंदी में (बेली गुलाब) | Heart-Touching Beti Daan Geet Lyrics in Hindi (बेली गुलाब)


A father lovingly blesses his daughter during her Vidaai, matching the theme of the Beti Daan Geet lyrics.

अपनी शादी के दौरान एक बेटी की विदाई, जिसे अक्सर ‘बेटी दान‘ या विदाई कहा जाता है, पूरे समारोह का सबसे भावनात्मक क्षण होता है। यह खुशी, दुख और अंतहीन प्यार का मिश्रण है। इस समय गाए जाने वाले लोकगीत इन भावनाओं को खूबसूरती से कैद करते हैं। इस पोस्ट में, हम कालातीत और हृदयविदारक गीत, “बेली गुलाब के गजरा” के लिए संपूर्ण बेटी दान गीत लिरिक्स (Beti Daan Geet Lyrics) साझा कर रहे हैं।

यह गीत एक पिता और परिवार की अपनी प्यारी बेटी को उसके नए जीवन के लिए तैयार करने की एक ज्वलंत तस्वीर पेश करता है, जिनके दिल जुदाई के दर्द से भारी हैं।

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बेटी दान गीत | Beti Daan Geet in Hindi (बेली गुलाब)

बेली गुलाब के गजला बनावली,
फूलवा गूथइली गलेहार हो। —-2

सजीए सवरी बेटी पापा जांघ बैठेली,
हंथवा जे पापा जी के हांथ हो।—-2

शंखा पनिया ढारी पापा नयना लोखा,
ढारथीन मम्मी के बिहरे करेज हो।
शंखा पनियां ढारी पापा नयना लोखा,
ढारथीन मम्मी के बिहरे करेज हो।

बेली गुलाब के गजला बनावली,
फूलवा गूथइली गलेहार हो।—-2

सजीए संवरी बेटी चाचा जांघ बैठेली,
हंथवा में चाची जी के हांथ हो।

शंखा पनीया ढारी चाचा नयना लोर ढारथीन,
चाची के फटेला करेज हो।

बचपन से पोसी बेटी दूधवा पिलावली,
पोसी के कयली श्यान हो।

हृदय लगाई बेटी महलों छिपईली,
आजू करी दिहली विरान हो। —-2

छूटी गईले गे बेटी पापा के महलीया,
छूटी गइले सखीया सलेहर हो।
छूटी जइहें गे बेटी मम्मी के अंचरवा,
जइबू ससूर जी के द्वार हो।

पापा के बदलवा बेटी ससूर मिलीहे।
मम्मी के बदलवा सासू माई हो।
सखीया सलेहर पिया के बहिनियां,
रखीह हृदय लगाई हो।

बेली गुलाब के गजला बनावली,
फूलवा गूथईली गलेहार हो ।
सजीए सवरी बेटी पापा जांघ बैठेली,
हंथवा जे पापा जी के हांथ हो।—-2


Beti Daan Geet Lyrics (Beli Gulab)

Beli gulaab ke gajra banawali,
Phoolwa goothaili galehaar ho.—-2

Sajiye sawari beti papa jangh baitheli,
Hanthwa je papa ji ke haanth ho.—-2

Shankha paniya dhari papa naina lor dhaarathin,
Dhaarathin mummy ke bihare karej ho.
Shankha paniya dhari papa naina lor dhaarathin,
Dhaarathin mummy ke bihare karej ho.

Beli gulaab ke gajra banawali,
Phoolwa goothaili galehaar ho.—-2

Sajiye sawari beti chacha jangh baitheli,
Hanthwa mein chachi ji ke haanth ho.

Shankha paniya dhari chacha naina lor dhaarathin,
Chachi ke fatela karej ho.

Bachpan se posi beti doodhwa pilawali,
Posi ke kayali shyaan ho.

Hriday lagai beti mahlon chhipaili,
Aaju kari dihali viraan ho.—-2

Chhuti gaile ge beti papa ke mahaliya,
Chhuti gaile sakhiya salehar ho.
Chhuti jaihe ge beti mummy ke ancharwa,
Jaibu sasur ji ke dwaar ho.

Papa ke badalwa beti sasur milihe,
Mummy ke badalwa saasu maai ho.
Sakhiya salehar piya ke bahiniyan,
Rakhiha hriday lagai ho.

Beli gulaab ke gajra banawali,
Phoolwa goothaili galehaar ho.
Sajiye sawari beti papa jangh baitheli,
Hanthwa je papa ji ke haanth ho.—-2


इन गीतों में (Beti Daan Geet Lyrics) भावना को समझना

यह बेटी दान गीत एक बेटी के मूल्य और परिवार के दुख के सार को खूबसूरती से व्यक्त करता है।

  • एक अनमोल फूल: गीत की शुरुआत बेटी की तुलना चमेली (बेली) और गुलाब (गुलाब) जैसे कीमती फूलों से बनी एक खूबसूरती से बनाई गई माला (“गजरा” और “गलेहार”) से करता है।
  • विदाई का दर्द: यह उस रस्म का वर्णन करता है जहाँ पिता और माता (और चाचा और चाची) शंख से पवित्र जल डालते हुए आँसू बहाते हैं (“नैना लोर ढारथीन”), उनके दिल टूट रहे हैं (“फटेला करेज”)।
  • एक लाड़ली बेटी: गीत बचपन से (“बचपन से पोसी”) अपनी बेटी का पालन-पोषण करने, उसे संजोने और उसे अपने दिल के करीब रखने (“हृदय लगाई”) के बारे में बताता है, और अब उसे विदा करना ऐसा लगता है जैसे उनका घर वीरान हो गया है (“आजु करी दिहली विरान हो”)।
  • नए जीवन के लिए सलाह: गीत का अंत प्यार भरी सलाह के साथ होता है, जिसमें बेटी को बताया जाता है कि उसके नए घर में, उसके ससुर उसके पिता के समान होंगे, उसकी सास उसकी माँ के समान होगी, और उसकी ननद उसकी सहेलियों की जगह लेगी।

कुछ सवाल-जवाब (FAQ) |बेटी दान गीत | Beti Daan Geet Lyrics

प्रश्न: यह गीत (Beti Daan Geet Lyrics) कब गाते हैं?

उत्तर: यह गीत बेटी की शादी में विदाई के समय गाया जाता है।

प्रश्न: ‘बेटी दान’ क्या होता है?

उत्तर: यह एक रस्म है जिसमें पिता अपनी बेटी का हाथ दूल्हे को सौंपते हैं।

प्रश्न: इस गीत में क्या भावना है?

उत्तर: इसमें बेटी के लिए प्यार और उसकी विदाई का दुःख, दोनों भावनाएं हैं।


विदाई गीतों की परंपरा

इस तरह के गीत उत्तर भारतीय शादियों में विदाई (या बिदाई) समारोह का एक अभिन्न अंग हैं। वे परिवार को अपने गहरे प्यार और दुख को व्यक्त करने का एक तरीका प्रदान करते हैं, ऐसी भावनाएं जो अक्सर बोलने के लिए बहुत भारी होती हैं। इस परंपरा के बारे में अधिक जानने के लिए, आप विकिपीडिया पर विदाई समारोह के बारे में पढ़ सकते हैं।

अगर आप को यह गीत बेटी दान गीत (Beti Daan Geet Lyrics) पसंद आया हो तो आप हमारे यूट्यूब चैनल पे और गीत सुन सकते हैं।

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