दहेज प्रथा गीत (जो नारी रूप में) हिन्दी मे लिखा हुआ । दहेज प्रथा एक सामाजिक बुराई है । दहेज प्रथा गीत लीरिक्स इन हिन्दी ।
इस प्रथा के अनुसार लड़की के माता-पिता को लड़कों के परिवार को दहेज के रूप मे धन-दौलत देना पड़ता हैं । पहले के समय मे लड़की के परिवार अपने खुशी को प्रकट करते हुए लड़के के परिवार को उपहार भेट करते थे वह आज के समय मे बदलकर दहेज हो गया है जहां पर दहेज देना अनिवार्य हो गया हैं ।
यहाँ पर मैंने एक दहेज प्रथा गीत प्रस्तुत किया हैं जो आपको जरूर पसंद आएगी ।
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दहेज प्रथा गीत (जो नारी रूप में) | देहाती दहेज प्रथा गीत
जो नारी रूप में दुर्गा हो जाती
जो नारी रूप में दुर्गा हो जाती ।
रोये आज बेटी दहेज के समाज में
रोये आज बेटी दहेज के समाज में ।।
जेहि दिन से जन्मी बेटी सोचे बाप माई
जेहि दिन से जन्मी बेटी सोचे बाप माई ।
बोझ बन गइल बेटी बोझ न सहाई
बोझ बन गइल बेटी बोझ न सहाई ।।
बोझ वही बन जाती जो
बचपन से थी प्यार में …2 ।
रोये आज बेटी दहेज के समाज में
रोये आज बेटी दहेज के समाज में ।।
जो नारी रूप में दुर्गा हो जाती
जो नारी रूप में दुर्गा हो जाती ।
रोये आज बेटी दहेज के समाज में
रोये आज बेटी दहेज के समाज में ।।
सिता सावित्री जहाँ लिहले जन्मीयाँ
होता वहां अन्याय दहेज के करणीयाँ ।
दहेज तो होती है बहनों
माँ बाप के असुधार से
रोये आज बेटी दहेज के समाज में ।
रोये आज बेटी दहेज के बजार में ।
रानी जो लक्ष्मी बाई पूछे इ समाज से
रानी जो लक्ष्मी बाई पूछे इ समाज से
बेटी क्यों होती छोटी देखो मेरी ताज से ।
बेटी क्यों होती छोटी देखो मेरी ताज से ।
क्यों नहीं देती कसम माँ बाप के असुधार
बेटी क्यों न देती कसम माँ बाप के असुधार मे
रोये आज बेटी दहेज के बजार में ।
जो नारी रूप में दुर्गा हो जाती
रोये आज बेटी दहेज के समाज में ।
Bhojpuri dahej pratha geet | Dahej pratha
jo nari roop mein durga ho jati
jo nari roop mein durga ho jati .
roye aaj beti dahej ke samaj mein
roye aaj beti dahej ke samaj mein ..
jehi din se janmi beti soche baap maee
jehi din se janmi beti soche baap maee .
bojh ban gail beti bojh na sahaee
bojh ban gail beti bojh na sahaee ..
bojh vahee ban jati jo
bachapan se thee pyaar mein …2 .
roye aaj beti dahej ke samaj mein
roye aaj beti dahej ke samaj mein ..
jo nari roop mein durga ho jati
jo nari roop mein durga ho jati .
roye aaj beti dahej ke samaj mein
roye aaj beti dahej ke samaj mein ..
sita saavitree jahaan lihale janmiyaan
hota vahaan anyaay dahej ke karaneeyaan .
dahej to hoti hai bahanon
maan baap ke asudhaar se
roye aaj beti dahej ke samaj mein .
roye aaj beti dahej ke bajaar mein .
rani jo lakshmi baee poochhe i samaj se
rani jo lakshmi baee poochhe i samaj se
beti kyon hoti chhoti dekho meri taaj se .
beti kyon hoti chhoti dekho meri taaj se .
kyon nahin detee kasam maan baap ke asudhaar
beti kyon na detee kasam maan baap ke asudhaar me
roye aaj beti dahej ke bajaar mein .
jo nari roop mein durga ho jati
roye aaj beti dahej ke samaj mein ।
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Dahej pratha par nibandh
Essay on Dahej pratha