विवाह सगुन गीत (कहमां से चलले) | Vivah sagun geet

सगुन गीत विवाह के पहले गाया जाता हैं । विवाह मे सगुन गीत का विशेष महत्व हैं । यहाँ पर आपको सभी प्रकार के सगुन गीत प्राप्त होंगे ।

आप विवाह से जुड़े इन गीतों को भी पढ़ सकते हैं ।
1. तिलक गीत (जाजिम झार के)
2. मड़वा छावन गीत (बसंवा जे डोललई)
3.कल्याणी-धृतदारी गीत (कहंवा से आवे)
4.हल्दी गीत (सोने के ढकनी) 

1. विवाह सगुन गीत (कहमां से चलले) | Vivah sagun geet

कहमां से चलले रे सगुनी कहमा आनी लगले दुआर।
कहमां से चलले रे सगुनी कहमा आनी लगले दुआर।
किनरवर अंगनमाँ रे सुगुनी बैठले आसन मार ।
अनजानो गांव से चलते रे सगुनी अनजानों गांव आई लगले दुआर।
अनजानों पापा अगनमा रे सगुनी बैठले आसन मार ।
हम तो जानइती रे सगुनी अनजानो बेटी होईहे विवाह
गाई के गोवर रे सनी रखती अंगना लिपाय,
पिअर घोतिया रे सगुनी रखती रंगाय।
सोने के कलशवा रे सगुनी रखती गडाय ।
ललका धनमा रे सगुनी रखती कटाय ।
कांच बास डलनमा रे सगुनी रखती छिपाय ।

Sagun geet lyrics(kahamaan kahamann)

kahamaan se chalale re sagunee kahama aanee lagale duaar.
kinaravar anganamaan re sugunee baithale aasan maar .
anajaano gaanv se chalate re sagunee anajaanon gaanv aaee lagale duaar.
anajaanon paapa aganama re sagunee baithale aasan maar .
ham to jaanitee re sagunee anajaano betee hoeehe vivaah
gaee ke govar re sanee rakhatee angana lipaay,
piar ghotiya re sagunee rakhatee rangaay.
sone ke kalashava re sagunee rakhatee gadaay.
lalaka dhanama re sagunee rakhatee kataay,
kaanch baas dalanama re sagunee rakhatee chhipaay.

2. बेहद खूबसूरत विवाह सगुन गीत (गलियानं गलियानं )

गलीआनी गलिआनी ब्राहमण घूमे हाथ में पत्र लिहले है ।
गलीआनी गलिआनी ब्राहमण घूमे हाथ में पत्र लिहले है ।
किनखर घरवा धिअवा कुवारी तो लगन सोचावहू सगुन सोचावहू हे ।
अपनी महलीया से बोलथीन अपन पापा सूनहु ब्राह्मण देव हे ।
हमरा घर धिअवा कुवारी तो।
लगन सोचाइव सगून सोचाइव हे ।
लगन सोचाइव सगून सोचाइव हे ।

vivah sagun geet lyrics( galeeaanee galeeaane)

galeeaanee galiaanee braahaman ghoome haath mein patr lihale hai.
galeeaanee galiaanee braahaman ghoome haath mein patr lihale hai.
kinakhar gharava dhiava kuvaaree to lagan sochaavahoo sagun sochaavahoo he .
apanee mahaleeya se bolatheen apan paapa soonahu braahman dev he.
hamara ghar dhiava kuvaaree to.
lagan sochaiv sagoon sochaiv he .
lagan sochaiv sagoon sochaiv he .

3. देहाती विवाह सगुन गीत (दूल्हीन के पापा)

दूल्हीन के पापा राजा जी आयोध्या नगर में वर खोज आयो जी ।
दुलहीन के मम्मी रानी जी पांच मंगल गाई है सूनायो जी।
दूल्हीन के पापा राजा जी शुभ टीकवा पर लगन सोचायो जी ।
दूल्हीन के मम्मी रानी जी पांच मंगल गाई के सूनायो जी ।
दुलहीन के चाचा राजा जी अयोध्या नगर मे वर खोज आयो जी।
दुल्हिन के चाची रानी जी शुभ चुनरी पर लगन सोचायो जी ।
दुलहीन के भईया राजा जी शुभ घड़िया मे लगन सोचायो जी।
दुलहीन के भाभी रानी जी शुभ नथिया पर लगन सोचायो जी ।

vivah sagun geet(doolheen ke paapa)

doolheen ke paapa raaja jee aayodhya nagar mein var khoj aayo jee.
dulaheen ke mammee raanee jee paanch mangal gaee hai soonaayo jee.
doolheen ke paapa raaja jee shubh teekava par lagan sochaayo jee.
doolheen ke mammee raanee jee paanch mangal gaee ke soonaayo jee.
dulaheen ke chaacha raaja jee ayodhya nagar me var khoj aayo jee.
dulhin ke chaachee raanee jee shubh chunaree par lagan sochaayo jee.
dulaheen ke bheeya raaja jee shubh ghadiya me lagan sochaayo jee.
dulaheen ke bhaabhee raanee jee shubh nathiya par lagan sochaayo jee.

4. मैथली विवाह सगुण गीत (सगुनी चन्दन काटीये)

सगुनी चन्दन काटीये काटी पिडीया रे बनाम ।
सगुनी सेही पिडीया बैठथीन दुलारू दुल्हा के बाप ।
सगुनी जब रे दुलारू दूल्हा कतरल पान ।
सगुनी खरही काटीये काटी पिढीया रे बनाय
सगुनी सेही पिढीया बइठथीन दुल्ररइतीन बेटी के बाप।
सगूनी जब रे दुलरइतीन बेटी नयनमा ठारय लोर
सगुनी जब हम हलीव जी पापा लड़ीका अबोध।
सगूनी तब हम रखल जी पापा महल अड़ोत।
सगुनी जब हम हलीव जी पापा सगुनी हो शयान
सगूनी तब तू धरावल जी पापा अ० दूल्हा हांथ ।
सगुनी चंदन कटिय काटी पीड़िया रे बनाय।
सगुनी सेही पीड़िया बैटहथि दुलारू दूल्हा के भाई ।
सगुनी जब रे दुलारू दूल्हा कतरल पान।
सगुनी खरही काटिय काटी पीढ़िया रे बनाय।
सगुनी सेही पीढ़िया बाइठथीन दुलराइतिन बेटी के भाई।
सगुनी जब रे दुलराइतिन बेटी नयनमाँ ढारय लोर ।
सगुनी जब हम हलीव जी भईया लडीका अबोध।
सगुनी तब हमे रखल जी भईया महल अडोत।
सगुनी जब हम होलीव जी भईया सगुनी हो श्यान।
सगुनी तब हमे धरावल जी भईया दुलारू दूल्हा हाथ ।

vivah sagun geet lyrics(sagunee chandan kaateeye)

sagunee chandan kaateeye kaatee pideeya re banaam .
sagunee sehee pideeya baithatheen dulaaroo dulha ke baap .
sagunee jab re dulaaroo doolha kataral paan .
sagunee kharahee kaateeye kaatee pidheeya re banaay
sagunee sehee pidheeya baithatheen dulrariteen betee ke baap
sagoonee jab re dulariteen betee nayanama thaaray lor
sagunee jab ham haleev jee paapa ladeeka abodh.
sagoonee tab ham rakhal jee paapa mahal adot
sagunee jab ham haleev jee paapa sagunee ho shayaan
sagoonee tab too dharaaval jee paapa a0 doolha haanth .
sagunee chandan katiy kaatee peediya re banaay
sagunee sehee peediya baitahathi dulaaroo doolha ke bhaee .
sagunee jab re dulaaroo doolha kataral paan.
sagunee kharahee kaatiy kaatee peedhiya re banaay.
sagunee sehee peedhiya baithatheen dularaitin betee ke bhaee.
sagunee jab re dularaitin betee nayanamaan dhaaray lor .
sagunee jab ham haleev jee bheeya ladeeka abodh.
sagunee tab hame rakhal jee bheeya mahal adot.
sagunee jab ham holeev jee bheeya sagunee ho shyaan.
sagunee tab hame dharaaval jee bheeya dulaaroo doolha haath.

5. भोजपुरी सगुन गीत (गाई के गोबर)

गाई के गोबर से अंगना लिपावली लिपीपोती न
हम गणेश जी के बोलावली लीपीपोत न।
चंदन चऊंकिया सतरंगीया बिछावली
से ओही पर न हम गणेश जी के बैठावली ओही पर ना
सोने के झारी गंगा जल पानी गणेश जी
केन हम चरण परवारली गणेश जी के न
हम चरण परवारली गणेश जी के न ।
मेवा डालिए डाली लाडुआ सजावली गणेश जी के न
हम भोगवा लगावली गणेश जी के ना ।
गाई के गोबर से अंगना लिपावली से लिपीपोती न
हम लक्ष्मी माई के बोलावली लिपीपोती न
हम भवानी माई के बोलावली लिपीपोती न
सुन्दर सिंहासन सतरंगीया बिछावली ओही पर न
हम भवानी माई बैठावली ओही पर न
हम लक्ष्मी माई बैठापली ओही पर न
सोने के झारी गंगाजल पानी लक्ष्मी माई के न
हम चरण परवारली भवानी माई के न
हम चरण परवारली भवानी माई के ना
लाली चुनरिया हम रची रची सजावली लक्ष्मी माई के न
फिर भोगवा लगावली लक्ष्मी माई के न ।
लाली चुनरिया हम स्ची रची सजावली भवानी माई के न
हम भोगवा लगावली भवानी माई के न ।
गाई के गोवर से अंगना लिपावली लिपीपोती न
भोले बाबा के बोलावली लिपीपोती न
गौरी माता के बोलावली लिपिपोती न
सुन्दर सिंहासन सतरंगीया विछा वली
ओही परन भोले बाबा के बैठावली ओही पर ।
संगवा में गौरी माई के बैठावली संगवा में ना
छतिस रंग के भोगवा लगावली गौरी माई के न
लाली चूनरी सजावली गौरी माई के ना।
गाई के गोवरे से अंगना लिपावली लिपीपोती न ।
सभे देवा के बोलावली लिपीपोती न ।
सातों देवी के बोलावली लिपीपोती ना ।
सुन्दर सिंहासन रची रची के सजावली ओही पर न ।
सब देव के बैठावली ओही पर न ।
सबदेवी के बैठावली ओही पर न ।
सोने के झारी गंगा जल पानी सभे देवा के न।
हम चरण धोबवली सभे देवा के न ।
सोने के थाली मे भोगवा लगवाली ।
सभी देवा के न हाँथ जोड़ी के खिलावली हाँथ जोड़ी न ।
सोने के झारी गंगाजल पानी सभे देवी के ना।
हम चरण परवारली सभे देवी के ना हम चरण परवारली सभे देवी के ना ।
सोने के प्राता में भोगवा लगावली सभी देवा के ना।
हाथ जोड़ी के खिलावली सभे देवी के ना ।

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